Tuesday 4 February 2014

चीन के रक्षा बजट में भारी बढ़ोतरी, अमेरिका के बाद नंबर दो

न्यूयॉर्क। चीन अपने रक्षा बजट में भारी वृद्धि करेगा और इस साल वह अपनी सेना पर 14800 करोड़ डॉलर (करीब 9.28 लाख करोड़ रुपये) खर्च करेगा। इस मामले में वह अमेरिका के बाद केवल दूसरा देश है। उसके इस कदम से लंबे समय से जारी क्षेत्रीय विवादों को लेकर पड़ोसी देशों के साथ तनाव बढ़ेगा।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पेंटागन और कई नाटो देशों ने अपने रक्षा बजट में कटौती की है। जबकि चीन से कहीं ज्यादा अमेरिकी सैन्य खर्च है लेकिन बजट में कटौती के चलते इसमें गिरावट आई है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने रक्षा उद्योग परामर्श और विश्लेषक कंपनी आइएचएस जेन्स के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) नए वित्त पोषण की तैयारी कर रही है।
वह 2013 में 13900 करोड़ डॉलर (करीब 8.70 लाख करोड़ रुपये) की तुलना में इस वर्ष 14800 करोड़ डॉलर खर्च करेगी। अमेरिका के इस साल 57500 करोड़ डॉलर (करीब 36 लाख करोड़ रुपये) खर्च करने का अनुमान है लेकिन बजट में खर्च कटौती के चलते यह 2012 की तुलना में कम है। उस साल उसका 66400 करोड़ डॉलर (करीब 41.60 लाख करोड़ रुपये) का रक्षा बजट था।
चीन का नया वायु रक्षा क्षेत्र बनाने से इंकार
आइएचएस ने बताया कि चीन लगातार अपने सैन्य खर्च को बढ़ा रहा है। अनुमान है कि अगले साल तक उसका सैन्य खर्च ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के संयुक्त खर्च से अधिक हो जाएगा। जबकि 2024 तक चीन का खर्च पूरे पश्चिमी यूरोप से ज्यादा हो जाएगा।

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